स्वर्वेद मंदिर - दुनिया का सबसे बड़ा मेडिटेशन सेंटर
Swarved Mahamandir |
महतवपूर्ण बिंदु
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी में दुनिया के सबसे बड़े मेडीटेशन सेंटर स्वर्वेद महामंदिर का उद्घाटन किया। इस मंदिर को कमल के फूल की तरह तैयार किया गया है,जिसकी दीवारों पर 4 हजार वेदों के दोहे लिखे गए हैं।
- इस मंदिर में ध्यान के लिए एक समय में 20 हजार लोग बैठ सकते हैं।
- सात मंजिला स्वर्वेद महामंदिर 68 हजार स्क्वायर फुट में फैला हुआ है, और इसकी ऊंचाई 180 फीट है।
- इस मंदिर की बाहरी दीवारों पर उपनिषद, महाभारत, रामायण और गीता से जुड़े चित्र बनाए गए हैं।
- इस मंदिर में सदगुरुदेव की 100 फीट ऊँची प्रतिमा स्थापित होगी, यहां सिर्फ योग-साधना की पूजा होती है।
स्वर्वेद मंदिर के बारे में
विश्वनाथ धाम के साथ ही यह महामंदिर भी काशी के धार्मिक और सांस्कृतिक महत्त्व की शिखर पताका को और ऊंचा उठाने वाला है। फिलहाल यहां तीन दिवसीय वार्षिकोत्सव मनाया जा रहा है। जिसमें आज पीएम मोदी भी शामिल होने के लिए पहुंचे और देश भर से जुटे श्रद्धालुओं को संबोधित किया।
अगर बात करें इस मंदिर की तो यह वास्तुशिल्प का अद्भुत उदाहरण है। 64 हजार वर्ग फीट में बन रहे सात मंजिला महामंदिर का निर्माण करीब 18 साल पहले शुरू हुआ था। अब स्वर्वेद के दोहे मंदिर में अंकित किए जा रहे हैं। मुख्य गुंबद 125 पंखुड़ियों के विशालकाय कमल पुष्प की तरह है।
अगर बात करें इस मंदिर की तो यह वास्तुशिल्प का अद्भुत उदाहरण है। 64 हजार वर्ग फीट में बन रहे सात मंजिला महामंदिर का निर्माण करीब 18 साल पहले शुरू हुआ था। अब स्वर्वेद के दोहे मंदिर में अंकित किए जा रहे हैं। मुख्य गुंबद 125 पंखुड़ियों के विशालकाय कमल पुष्प की तरह है।
प्रमुख विशेषता
महामंदिर में राजस्थान के मकराना संगमरमर पत्थर पर स्वर्वेद के दोहे अंकित होंगे साथ ही मंदिर निर्माण में राजस्थान से मंगवाए गए विशेष गुलाबी व लाल पत्थरों का उपयोग हुआ है 50 हजार वर्ग फीट पर वाटर जेट तकनीक से पांच हजार दोहे उत्कीर्ण हो रहे हैं। महामंदिर को खूबसूरत बनाने के साथ ही वास्तुशिल्प का भी पूरा ध्यान रखा गया है। पूर्व दिशा में प्रवाहित नहर जल राशि के रूप में स्थापित है।